Jumped deposit UPI cyber scam

Jumped Deposit Scam अकाउंट खाली करने का साइबर अपराधियों का नया तरीका, कैसे करें बचाव जाने

Jumped Deposit Scam: यूपीआई यूजर्स को निशानाबनाने वाली नई ऑनलाइन धोखाधड़ी का तरीका है जंप्ड डिपॉजिट स्कैम।

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UPI Fraud Jumped Deposit Scam : ‘जंप्ड डिपॉजिट’ स्कैम मोबाइल बैंकिंग यूजर्स और खासकर यूपीआई पमेंट करने वालों के बड़ा खतरा बनता जा रहा है. तमिलनाडु पुलिस ने इस धोखाधड़ी के बारे में चेतावनी जारी की है. इसमें ठग पैसे चुराने के लिए पीड़ित की जिज्ञासा और विश्वास का फायदा उठाते हैं. इस स्कैम में जालसाज पीड़ित के बैंक खाते में छोटी रकम 2000,3000 या 4000 राशि भेजकर कोल करते हैं कि आपके रिश्तेदार ने आपके खाते में जमा करने के लिए कहा है इसलिए राशि भेज रहा हूं और व्यक्ति को निशाना बनाते है. इस दौरान जब पीड़ित अपना बैलेंस चेक करता है तो वह अनजाने में निकासी अनुरोध (Withdrawal Request) को मंजूरी दे देता हैं, जिससे जालसाज उसके खाते से पैसे हासिल कर लेते है.

तमिलनाडु पुलिस ने लोगों से ऐसे पैसे आने पर सतर्क रहने और तुरंत बैलेंस चेक करने के लिए अपना पिन दर्ज करने से बचने की अपील की है।

इस स्कैम में जालसाज यूजर्स के त्वरित एक्शन का फायदा उठाते है और तब पीड़ित अनजाने में निकासी को मंजूरी दे देते हैं।

सतर्कता बरतें पूरी जानकारी रखें और खुद को साइबर धोखाधड़ी से बचाएं इसलिए जाने –

Jumped Deposit Scam क्या है

“जम्प्ड डिपॉजिट” स्कैम में ठग यूपीआई के माध्यम से मोबाइल बैंकिंग इस्तेमाल करने वाले लोगों को निशाना बनाते है. अपराधी पीड़ित की जानकारी के बिना उसके बैंक खाते में एक छोटी राशि जो आमतौर पर 1,000 रुपये से 5,000 रुपये तक होती है, जमा करते हैं. इससे उस अकाउंट के यूजर्स को पैसे जमा होने का मैसेज आता है. जिसके चलते यूजर अपना अकाउंट बैलेंस चेक करने के लिए बैंकिंग ऐप खोलता है और तभी पीड़ित को अपना यूपीआई पिन दर्ज करके जमा को सत्यापित करने का लालच दिया जाता है. इससे अनजाने में ठग द्वारा भेजे गए पैसे निकासी अनुरोध को मंजूरी मिल जाती है और पैसे ठग के पास पहुंच जाता है।

जंप्ड डिपॉजिट स्कैम से सावधानी क्या रखें ?

➡️’जम्प्ड डिपॉजिट’ स्कैम से खुद को सुरक्षित रखने के लिए जब भी आपको किसी अनजान पैसा हो तो सावधानी बरतें।

➡️सबसे जरुरी बात तुरंत अपना बैलेंस चेक करने से बचें।

➡️कम से कम 15-30 मिनट तक प्रतीक्षा करें और फिर बैलेंस चेक करें।

➡️इसके अलावा आप किसी भी एक्टिव ट्रांजैक्शन रिक्वेस्ट को कैंसिल करने के लिए पहले गलत पिन दर्ज कर सकते है।

➡️अज्ञात स्रोतों से मिली रकम के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए सीधे अपने बैंक से संपर्क करें।

➡️थोड़ी सावधानियों का पालन करके ऐसे स्कैम का शिकार होने से बचा जा सकता है.

साइबर ठगी (Cyber Fraud)

का मतलब है इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा देना या उनके पैसे और संवेदनशील जानकारी को चुराना।

वर्तमान में साइबर ठगी के कई प्रकार चर्चा में हैं। प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:

1. फिशिंग (Phishing)नकली ईमेल, एसएमएस या वेबसाइट के जरिए संवेदनशील जानकारी (जैसे बैंक डिटेल्स, पासवर्ड) चुराना।हाल में बैंक और सरकारी योजनाओं के नाम पर कई फिशिंग हमले हुए हैं।

2. वॉट्सएप और ओटीपी फ्रॉडधोखेबाज कॉल करके या संदेश भेजकर लोगों से ओटीपी (OTP) मांगते हैं और उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं।

3. यूजर्स को लुभाने वाले लिंक (Malicious Links)नकली लॉटरी, कैशबैक, या ऑफर के नाम पर लिंक भेजकर यूजर का डेटा चुराना।

4. क्यूआर कोड स्कैमक्यूआर कोड स्कैन करने के बाद लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे गायब हो जाते हैं।

5. क्रिप्टो करेंसी और बिटकॉइन फ्रॉडनिवेश के नाम पर लोगों को ठगना। फर्जी प्लेटफॉर्म्स और वॉलेट्स का इस्तेमाल करके पैसे चुराए जा रहे हैं।

6. ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉडनकली ई-कॉमर्स वेबसाइट्स या सोशल मीडिया पेज के जरिए प्रोडक्ट बेचने का दावा करके पैसे ठगना।

7. सेक्शुअल ब्लैकमेलिंग (Sextortion)सोशल मीडिया पर दोस्ती कर, निजी तस्वीरों और वीडियो का गलत इस्तेमाल करके ब्लैकमेल करना।

कैसे बचें?

अनजान लिंक, ईमेल, या कॉल का जवाब न दें।

पब्लिक वाई-फाई पर संवेदनशील जानकारी न डालें।

हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और नियमित रूप से बदलें।

बैंकिंग से संबंधित जानकारी किसी के साथ साझा न करें।

चर्चा में हालिया घटनाएं

आधार और पैन कार्ड फ्रॉड: आधार और पैन की डिटेल्स का इस्तेमाल करके फर्जी लोन लिया जा रहा है।

UPI फ्रॉड: UPI ट्रांजेक्शन का फायदा उठाकर ठगी बढ़ रही है।

AI आधारित साइबर फ्रॉड: आवाज और चेहरा क्लोन करके ठगी करने के मामले सामने आ रहे हैं।

सतर्क रहें और साइबर सुरक्षा से संबंधित जागरूकता बढ़ाएं।

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