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वर्ष 2024 का खेल रत्न पुरस्कार एवं अर्जुन पुरस्कार की घोषणा

Khel Ratna Award 2024 Winners: पेरिस ओलिंपिक में दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास बनाने वाली युवा निशानेबाज मनु भाकर और सबसे युवा वर्ल्ड शतरंज चैंपियन डी गुकेश सहित चार खिलाडियों को देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘खेल रत्न’ से सम्मानित किया जाएगा। खेल मंत्रालय ने 2 जनवरी 2025 को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की

National Sports Awards 2024 Winners List:

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4 खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा।

ओलिंपिक में डबल मेडल जीतने वालीं युवा शूटर मनु भाकर,

शतरंज वर्ल्ड चैम्पियन डी. गुकेश

पुरूष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह

और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को इस साल देश के सर्वोच्च खेल

सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है।

22 साल की मनु एक ही ओलिंपिक में दो मेडल जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली खिलाड़ी बनीं। उन्होंने अगस्त में पेरिस ओलिंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिक्स्ड टीम इंवेंट में कांस्य पदक जीता था। पेरिस ओलंपिक में ही हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत लगातार दूसरे ओलिंपिक में मेडल जीता।

विजेताओं को 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन में एक विशेष कार्यक्रम में पुरस्कार प्रदान करेंगी।

18 साल के गुकेश सबसे युवा वर्ल्ड चैम्पियन बने जो पिछले साल चेस ओलंपियाड में भारतीय टीम के ऐतिहासिक गोल्ड मेडल में भी सूत्रधार रहे थे। सिंगापुर में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब जीता था, जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।

पैरा हाई जंपर प्रवीण ने पेरिस पैरालिंपिक में टी 64 वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था। यह उन खिलाड़ियों की कैटेगरी है जिनका घुटने से नीचे एक या दोनों पैर नहीं होता है। वे दौड़ने के लिए आर्टिफिशियल पैर पर निर्भर होते हैं।

खेल मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि विजेताओं को 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष कार्यक्रम में पुरस्कार दिए जाएंगे।

अर्जुन पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट: 34 खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

इस साल अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए खिलाड़ियों में पेरिस ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत, निशानेबाज स्वप्निल कुसाले और सरबजोत सिंह, पुरूष हॉकी खिलाड़ी जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, संजय और अभिषेक शामिल हैं।

अर्जुन पुरस्कार पाने वालों की लिस्ट में फर्राटा धाविका ज्योति याराजी, भालाफेंक खिलाड़ी अन्नु रानी, महिला हॉकी टीम की कप्तान सलीमा टेटे, विश्व चैम्पियन मुक्केबाज नीतू गंघास और स्वीटी, तैराक साजन प्रकाश, ओलंपियाड शतरंज स्वर्ण पदक विजेता वंतिका अग्रवाल और स्कवाश खिलाड़ी अभय सिंह भी शामिल हैं।

पैरा खिलाड़ियों में पेरिस पैरालम्पिक गोल्ड मेडल विजेता धरमबीर (क्लब थ्रो), नवदीप सिंह (भालाफेंक) और नितेश कुमार (पैरा बैडमिंटन) शामिल हैं।

पैरालम्पिक कांस्य पदक विजेता पैरा तीरंदाज राकेश कुमार, पैरा निशानेबाज मोना अग्रवाल और रूबिना फ्रांसिस को भी अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना गया है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता स्वप्निल कुसाले की कोच दीपाली देशपांडे का नाम शामिल है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार (लाइफटाइम) कैटेगरी में भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व मैनेजर अर्मांडो कोलासो और बैडमिंटन कोच एस मुरलीधरन शामिल है।

लाइफटाइ अर्जुन पुरस्कार पाने वालों में भारत के पहले पैरालम्पिक गोल्ड मेडल विजेता मुरलीकांत पेटकर शामिल हैं।

विजेताओं को कितना पैसा दिया जाता है:

खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले को एक मेडल, प्रशस्ति पत्र(प्रमाण पत्र) और 25 लाख रूपये नकद मिलते हैं।

2020 में यह पुरस्कार राशि 7.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख कर दी गई थी।

जबकि अर्जुन पुरस्कार में 15 लाख रूपये कैश, अर्जुन की मूर्ति और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।

इस पुरस्कार राशि को 2020 में 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख कर दिया गया था।

इसके अलावा ध्यानचंद पुरस्कार विजेताओं को 10 लाख रुपये मिलते हैं।

2020 में 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख किया गया था।

द्रोणाचार्य पुरस्कार :-

यह कोचों की कड़ी मेहनत और योगदान को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार को दो कैटेगरी में बांटा गया है।

नियमित कैटेगरी में पुरस्कार विजेताओं को 10 लाख रुपये मिलते हैं।

जबकि आजीवन कैटेगरी में परस्कार विजेताओं को 15 लाख दिए जाते हैं।

विशेष जानकारी :

खेल रत्न पुरस्कार

अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता है। भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान है। यह पुरस्कार खिलाड़ियों को खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। इसकी शुरुआत 1991-92 में हुई थी।

पुरस्कार की मुख्य विशेषताएं:

1.नामकरण:2021 में, इस पुरस्कार का नाम भारत के हॉकी महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया।

2. पुरस्कार में शामिल हैं:प्रशस्ति पत्र पदक नकद राशि (25 लाख रुपये, 2025 तक)

3. उद्देश्य:खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करना।

4. पहला प्राप्तकर्ता:विश्वनाथन आनंद (शतरंज, 1991-92)

5. प्रमुख प्राप्तकर्ता: सचिन तेंदुलकर (क्रिकेट) साइना नेहवाल (बैडमिंटन) एम.सी. मैरी कॉम (मुक्केबाजी) पी.वी. सिंधु (बैडमिंटन) नीरज चोपड़ा (एथलेटिक्स)

चयन प्रक्रिया:

भारत सरकार द्वारा गठित एक समिति खिलाड़ियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करती है और विजेताओं का चयन करती है।यह पुरस्कार भारत में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और युवाओं को खेल में करियर बनाने के लिए प्रेरित करता है।

अर्जुन पुरस्कार:

अर्जुन पुरस्कार भारत का एक प्रतिष्ठित खेल सम्मान है, जो खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और खेलों में योगदान के लिए दिया जाता है।

इसकी शुरुआत 1961 में हुई थी।

पुरस्कार की विशेषताएँ:

1. पुरस्कार में शामिल हैं:अर्जुन की मूर्ति वाला कांस्य पदकप्रशस्ति पत्रनकद राशि (15 लाख रुपये, 2025 तक)

2. उद्देश्य:खिलाड़ियों को खेल में उनके योगदान के लिए सम्मानित करना।खेल संस्कृति को बढ़ावा देना।

3. चयन प्रक्रिया:एक चयन समिति खिलाड़ियों के पिछले चार वर्षों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करती है।अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाती है।

प्रमुख प्राप्तकर्ता:प्रकाश पादुकोण (बैडमिंटन),अंजू बॉबी जॉर्ज (एथलेटिक्स),रोहित शर्मा (क्रिकेट),मिताली राज (क्रिकेट),बजरंग पुनिया (कुश्ती)

योग्यता:व्यक्तिगत और टीम खेलों दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी पात्र होते हैं।

खेल भावना और अनुशासन का भी आकलन किया जाता है।यह पुरस्कार भारत में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और उनकी मेहनत का सम्मान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार :

द्रोणाचार्य पुरस्कार भारत का एक प्रतिष्ठित खेल सम्मान है, जो खेल प्रशिक्षकों (कोचों) को उनके खिलाड़ियों के प्रदर्शन और खेल में योगदान के लिए दिया जाता है।

इसकी शुरुआत 1985 में हुई थी।

पुरस्कार की विशेषताएँ:

1. नामकरण:यह पुरस्कार महाभारत के महान गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर रखा गया है, जो अपने शिष्यों को युद्ध कौशल सिखाने के लिए प्रसिद्ध थे।

2. पुरस्कार में शामिल हैं:कांस्य प्रतिमाप्रशस्ति पत्रनकद राशि (15 लाख रुपये, 2025 तक)

3. उद्देश्य:खेल प्रशिक्षकों को उनके उत्कृष्ट प्रशिक्षण और खेल प्रतिभाओं को तैयार करने के लिए सम्मानित करना।

पुरस्कार की श्रेणियाँ:

1. लाइफटाइम कैटेगरी:उन कोचों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने पूरे जीवन में खेल में योगदान दिया हो।

2. नियमित कैटेगरी:वर्तमान में सक्रिय कोचों को उनके हालिया प्रदर्शन के आधार पर सम्मानित किया जाता है।

चयन प्रक्रिया:एक चयन समिति कोच के प्रदर्शन और उनके द्वारा प्रशिक्षित खिलाड़ियों की उपलब्धियों का मूल्यांकन करती है।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के कोच को प्राथमिकता दी जाती है।

प्रमुख प्राप्तकर्ता:बलदेव सिंह (हॉकी)ओम प्रकाश भारद्वाज (मुक्केबाजी)पी. जी. सिरीशा (एथलेटिक्स)जसपाल राणा (शूटिंग)

यह पुरस्कार प्रशिक्षकों की मेहनत, समर्पण और खेल के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देने का एक माध्यम है।

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