कैलिफोर्निया की आग में हॉलीवुड हस्तियों के जल गए मकान,कई हस्तियों ने आवास छोड़ा, प्रियंका चोपड़ा ने भी शेयर किया दहशत भरा वीडियो
California Wildfires: कैलिफॉर्निया के जंगलो में लगी आग, धीरे-धीरे सब कुछ अपनी चपेट में ले रही है। इस बीच अब प्रियंका चोपड़ा और पैरिस हिल्टन समेत कई हॉलीवुड स्टार्स पर भी इसका असर देखने को मिला है। यहां उन स्टार्स पर नजर डालते हैं, जिनके घर भी आग में पूरी तरह से झुलस गए हैं।

California Wildfires: कैलिफॉर्निया के जंगलोमें लगी भीषण आग बढ़ती ही जा रही है। इस आग ने शहर में तबाही मचा दी है। आम लोग हों या हॉलीवुड स्टार्स इन आग ने सभी को अपनी चपेट में ले लिया है।

पैरिस हिल्टन से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक कई स्टार्स भी इस आग की वजह से बेहद परेशान हैं। कुछ हॉलीवुड स्टार्स के तो घर में इस आग में झुलस गए हैं।

कई हॉलीवुड सितारों को जनवरी की शुरुआत में अपना घर खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि लॉस एंजिल्स में आग ने हर जगह तबाही मचा रखी है। पलिसैड्स, ईटन और आसपास की जगह में 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी।
कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसोम ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी, जिससे 30,000 से अधिक लॉस एंजिल्स निवासियों को अपने घर खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा। यहां उन सेलेब्स पर एक नजर है जो अपने परिवार और खुद की जान बचाने के लिए अपना घर छोड़ चुके हैं।

इन हॉलीवुड स्टार्स ने छोड़ा अपना घर • एडम ब्रॉडी लीटन मेस्टर • पेरिस हिल्टन • अलबामा लैंडन बार्कर • रिकी झील • जेमी ली कर्टिस • एलिजाबेथ चेम्बर्स • कैरी एल्वेस • जेम्स वुड्स • मार्क हैमिल • यूजीन लेवी • जे जे रेडिक का परिवार • सैंड्रा ली • मैंडी मूर • केट बैकइनसेल • कैरोलिन मर्फी • मौली सिम्स • स्पेंसर प्रैट और हेइडी मोंटाग • डेनिस क्रॉस्बी • जेनिफ़र ग्रे • अन्ना फारिस • बिली क्रिस्टल
आग के चलते इन सभी हॉलीवुड स्टार्स को अपनेघर को छोड़ना पड़ा है। सोशल मीडिया पर भी लोग अब इस बारे में जमकर बातें कर रहे हैं। प्रियंका ने भी अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर आग का भयानक वीडियो शेयर किया था।

आखिर क्यों लगती है कैलिफोर्निया के जंगलों में आग, जाने पूरी कहानी
कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में लगने वाली आग (Wildfires) एक गंभीर पर्यावरणीय और सामाजिक समस्या है। यह आग न केवल प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करती है, बल्कि मानव जीवन, संपत्ति और जलवायु पर भी गंभीर प्रभाव डालती है।

आग के प्रमुख कारण
1. प्राकृतिक कारणआकाशीय बिजली (Lightning)आकाशीय बिजली जंगलों में आग का सबसे बड़ा प्राकृतिक कारण है।शुष्क मौसम (Dry Season)कैलिफ़ोर्निया में गर्म और शुष्क मौसम लंबे समय तक रहता है, जिससे जंगल सूख जाते हैं।
2. मानव-जनित कारण बिजली की तारें (Power Lines)बिजली की लाइनों के टूटने से आग लगती है।कैंप फायर और सिगरेट कैंपिंग के दौरान आग जलाना या जलती हुई सिगरेट फेंकना आग का कारण बन सकता है।अपराध (Arson)कुछ मामलों में जानबूझकर आग लगाई जाती है।

कैलिफ़ोर्निया में आग का इतिहास
कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में हर साल आग लगती है, लेकिन हाल के वर्षों में इसकी तीव्रता और आवृत्ति बढ़ी है।
2018: कैंप फायर (Camp Fire) सबसे घातक थी, जिसमें 85 लोग मारे गए।
2020: लगभग 40 लाख एकड़ क्षेत्र जलकर खाक हो गया।2021: डिक्सी फायर (Dixie Fire) ने 9 लाख एकड़ से अधिक क्षेत्र को नष्ट किया।
प्रभाव
1. पर्यावरणीय प्रभाव वनस्पति और जीव-जंतु नष्ट हो जाते हैं।कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन बढ़ता है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग में योगदान होता है।मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है।
2. मानव जीवन पर प्रभावलोगों की जान-माल की हानि होती है।लाखों लोग बेघर हो जाते हैं।वायु प्रदूषण से स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ती हैं।
3. आर्थिक प्रभाव अरबों डॉलर की संपत्ति नष्ट हो जाती है।कृषि और पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में आग क्यों बढ़ रही है?
1. ग्लोबल वार्मिंग बढ़ते तापमान के कारण सूखा और गर्मी बढ़ रही है।
2. जलवायु परिवर्तन अनियमित वर्षा और बढ़ती गर्मी जंगलों को अधिक सूखा बनाती है।
3. मानव आबादी का विस्तार लोग जंगलों के पास घर बना रहे हैं, जिससे आग का खतरा बढ़ गया है।
आग से बचाव के उपाय
1. प्राकृतिक उपाय जंगलों में सूखी घास और मृत पेड़ों को नियमित रूप से हटाना।आग प्रतिरोधी पौधों को बढ़ावा देना।
2. तकनीकी उपाय आग की पहचान और रोकथाम के लिए ड्रोन और सैटेलाइट तकनीक का उपयोग।आधुनिक फायर ब्रिगेड उपकरण।
3. जन जागरूकता लोगों को जंगलों में आग से बचने के उपाय सिखाना।सख्त नियम और कानून लागू करना।
कैलिफोर्निया के जंगलों में आग एक जटिल समस्या है, जो प्राकृतिक और मानव-जनित कारणों का परिणाम है। इसे रोकने के लिए जलवायु परिवर्तन से निपटने, आधुनिक तकनीकों का उपयोग, और लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उचित प्रबंधन और बचाव के उपायों से इस समस्या को कम किया जा सकता है।