RESA का 26 वां प्रांतीय अधिवेशन 4 व 5 जनवरी को आयोजित होगा जयपुर में
जयपुर। राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद् का 26 वां प्रांतीय अधिवेशन 4 व 5 जनवरी 2025 को निम्स विश्वविद्यालय जयपुर में आयोजित होगा।

रेसा से प्राप्त जानकारी अनुसार दो दिवसीय अधिवेशन में दिनांक 04.01.2025 को मुख्य अतिथि झाबर सिंह खर्रा, नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री राजस्थान सरकार होंगे तथा विशिष्ट अतिथि गण- कुलदीप धनकड, विधायक विराटनगर विधानसभा, मुकेश दाधीच उपाध्यक्ष भाजपा राजस्थान महेंद्र पाल मीणा, विधायक जमवारामगढ विधानसभा अध्यक्षता कृष्ण गोदारा अध्यक्ष रेसा, राजस्थान करेंगे । अन्य अतिथि गण में डा० पंकज सिंह निदेशक निम्स यूनिवर्सिटि श्री सोहनराज बुरडक कोषाध्यक्ष रेसा राजस्थान श्री सुल्तान सिंह पलसानिया, स्टेट हैड एयु स्माल फाइनेंस बैंक उपस्थित रहेंगे।
दो दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिवस में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर तथा पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया होंगे। तथा विशिष्ट में गुरु दीप सिंह पूर्व विधायक संगरिया,डा० पंकज सिंह निदेशक निम्स यूनिवर्सिटी सोहन राज बुरडक कोषाध्यक्ष रेसा राजस्थान, हनुमान गुर्जर, जिला पार्षद प्रतिनिधि जयपुर शामिल होंगे।
इस सम्मेलन में राज्य की भविष्य की सार्वजनिक शिक्षा पर आ रही चुनोतियों व शिक्षाधिकारियों के सामने आ रही कठिनाइयों पर विचार विमर्श किया जाएगा तथा इस अधिवेशन में कार्यकारिणी के द्विवार्षिक चुनाव भी संपन्न होंगे।
यहां उल्लेखनीय है कि राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद् ( रेसा) जो कि उप प्राचार्य, प्रधानाचार्य, जिला शिक्षा अधिकारी, उप निदेशक, संयुक्त निदेशक, अतिरिक्त निदेशक कैडर के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण संस्था है।जो कि अपने कैडर के हितों की पैरवी के साथ-साथ सरकार को शिक्षा – शिक्षक शिक्षार्थी हित हेतु रचनात्मक एवं सकारात्मक सुझाव देती रहती है। इसका उद्देश्य अधिकारियों के हितों की रक्षा करना, उनकी समस्याओं का समाधान करना और शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए नीतिगत रचनात्मक एवं सृजनात्मक सुझाव देना है।

राजस्थान एजुकेशन सर्विस एसोसिएशन (RESA), जिसे रेसा के नाम से भी जाना जाता है, रेसा का उद्देश्य –
1. अधिकारियों के हितों की रक्षा: शिक्षा विभाग में कार्यरत उप प्राचार्य,प्रधानाचार्य, उपनिदेशक, और संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारियों के अधिकार और सुविधाएं सुनिश्चित करना।
2. नीतिगत सुधार: शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सुझाव और योजनाओं का निर्माण।
3. संवाद और समन्वय: अधिकारियों और सरकार के बीच संवाद स्थापित करना।
4. बैठक एवं अधिवेशन: अधिकारियों के कौशल और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना।
मुख्य कार्य
1. सेवा शर्तों में सुधार: अधिकारियों की वेतन, प्रमोशन, और अन्य सुविधाओं से संबंधित मुद्दों पर ध्यान देना।
2. शिकायत निवारण: विभागीय अधिकारियों की समस्याओं और शिकायतों को उठाना।
3. शैक्षिक नीतियों में भागीदारी: शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी नीतियों और योजनाओं के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाना।
4. अधिकारियों का संरक्षण: विभागीय कार्यों के दौरान अधिकारियों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान करना।
संघठन की संरचना रेसा में विभिन्न स्तरों के अधिकारियों का प्रतिनिधित्व होता है, जिसमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित पद शामिल हैं:
उप प्राचार्य,प्रधानाचार्य ,जिला शिक्षा अधिकारी,उप निदेशक, संयुक्त निदेशक अतिरिक्त निदेशक
रेसा की गतिविधियाँ
1. संगोष्ठी और बैठकें: शिक्षा में सुधार और नीतिगत निर्णयों पर चर्चा के लिए नियमित बैठकें।
2. मांग पत्र प्रस्तुत करना: सरकार के समक्ष अधिकारियों की मांगें रखना।
3. शैक्षिक विकास कार्यक्रम: शिक्षकों और अधिकारियों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन।
वर्तमान में इसके अध्यक्ष कृष्ण गोदारा तथा कोषाध्यक्ष सोहन राज बुरडक है।