राजस्थान का ऐसा गांव जहां से 150 से अधिक IAS, IPS , RAS OFFICER बने हैं, जाने पूरी कहानी

राजस्थान का यह गांव शिक्षा और प्रशासनिक सेवाओं में अपने योगदान के लिए देशभर में प्रसिद्ध है।यहां से कई IAS, IPS, और अन्य सिविल सेवा अधिकारी बने हैं अपने उच्च प्रशासनिक अधिकारियों की संख्या के लिए प्रसिद्ध है इसलिए इस गांव को “अधिकारियों का गांव” भी कहते हैं।और इस गांव का नाम है – बामनवास।बामनवास गांव, राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित है।

इस गांव के प्रमुख अधिकारियों में नमो नारायण मीणा जो कि बामनवास गांव निवासी श्रीराम मीणा के पांच बेटों में सबसे बड़े नमो नारायण मीणा आईपीएस अधिकारी बनने के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक बने और फिर कांग्रेस के टिकट पर सवाई माधोपुर से ही लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने।

हरीश चंद्र मीणा-नमो नारायण मीणा के छोटे भाई हरीश चंद्र मीणा भी आईपीएस अधिकारी बने और राजस्थान पुलिस के महानिदेशक के पद तक पहुंचे। सेवानिवृत्ति के बाद, वे राजनीति में सक्रिय हुए और देवली उनियारा के विधायक बने।
इनके अलावा, बामनवास गांव से लगभग 150 से अधिक IAS, IPS, और अन्य सिविल सेवा अधिकारी बने हैं, जिनमें से कई एक ही परिवार से संबंधित हैं।
सफलता के कारणः

शिक्षा के प्रति जागरूकताः गांव में शिक्षा का महत्व समझा जाता है, जिससे युवा सिविल सेवाओं की तैयारी में जुटते हैं।
प्रेरणादायक माहौल: गांव के सफलअधिकारियों की उपलब्धियां अन्य युवाओं को प्रेरित करती हैं।
सामुदायिक समर्थनः गांव के लोग मिलकर शिक्षा और तैयारी के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराते हैं।
बामनवास गांव युवाओं को प्रेरित करता है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, दृढ़ निश्चय, कठिन परिश्रम और सही दिशा में प्रयास से हर सपना पूरा किया जा सकता है।
बामनवास की यह विशेषता इसे देशभर में एक उदाहरण बनाती है, जहां सामूहिक प्रयास और शिक्षा के प्रति समर्पण से बड़ी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।

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