कोटा महोत्सव 2024:जिला प्रशासन ने जारी किया कार्यक्रम
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इस महोत्सव में हेरिटेज वॉक, फोटो एवं पेंटिंग प्रदर्शनी, युवा कार्यक्रम, फूड कोर्ट, आतिशबाजी, और कोटा डोरिया शो जैसे आयोजन शामिल होंगे। 23 दिसंबर को ‘साफा डे’ मनाया जाएगा, जिसमें पारंपरिक वेशभूषा को प्रोत्साहित किया जाएगा। 25 दिसंबर को चंबल माता की महाआरती और दीपदान के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
कोटा महोत्सव शहर की सांस्कृतिक धरोहर, कला, और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है। इसमें व्यापारिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का समायोजन होगा, ताकि कोटा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया जा सके।
आयोजन के प्रमुख पहलू
1. सांस्कृतिक कार्यक्रम:
राजस्थान के पारंपरिक लोकनृत्य, संगीत और नाट्य प्रस्तुतियां।
राजस्थानी हस्तशिल्प और कला प्रदर्शनियां।
बाहर से आए कलाकारों द्वारा विशेष प्रस्तुतियां।
24 दिसंबर को आयोजित इस वॉक में सभी नागरिक और व्यापारी पारंपरिक साफा पहनकर भाग लेंगे।
कोटा की ऐतिहासिक धरोहरों और स्मारकों को प्रदर्शित किया जाएगा।
वॉक में स्कूलों और कॉलेजों के छात्र भी शामिल होंगे।
स्थानीय व्यापारिक संस्थानों द्वारा अपने प्रतिष्ठानों को पारंपरिक थीम पर सजाना।
व्यापारिक समुदाय का सक्रिय सहयोग।
बाहर से आए पर्यटकों के लिए आवास और भोजन की व्यवस्था।
महोत्सव में शहर के प्रमुख स्मारकों और दर्शनीय स्थलों का दौरा।
हेरिटेज प्रदर्शनी में कोटा की ऐतिहासिक विरासत को उजागर करना।
स्थानीय और राजस्थानी व्यंजनों का भव्य आयोजन।
हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों की स्टॉल।
इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए कोटा व्यापार महासंघ, होटल फेडरेशन, और मोटर व्हीकल डीलर्स एसोसिएशन जैसे संगठनों का सहयोग मिल रहा है। जिला प्रशासन की देखरेख में आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने की योजना बनाई गई है।कोटा महोत्सव का महत्व:
यह आयोजन स्थानीय संस्कृति, व्यापार, और पर्यटन को बढ़ावा देगा।
शहर के लोगों को अपने इतिहास और परंपराओं से जुड़ने का अवसर मिलेगा।
यह महोत्सव कोटा को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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